हर विभाग में सिटीज़न चार्टर:
एक आम आदमी जब किसी सरकारी दफ्तर में जाता है, उसे राशन कार्ड बनवाना है, उसे पासपोर्ट बनवाना है, उसे विधवा पेंशन लेनी है, उस से रिश्वत मांगी जाती है और अगर वो रिश्वत नहीं देता तो उसका काम नहीं किया जाता। जन लोकपाल बिल के अन्दर ऐसे लोगों को भी सहायता प्रदान करने की बात कही गई है। इस कानून के मुताबिक हर विभाग को एक सिटीज़न्स चार्टर बनाना पडे़गा। उस सिटीज़न्स चार्टर में ये लिखना पड़ेगा कि वो विभाग कौन सा काम कितने दिन में करेगा, कौन ऑफिसर करेगा, जैसे ड्राईविंग लाईसेंस कौन अपफसर बनाएगा, कितने दिन में बनाएगा, राशन कार्ड कौन ऑफिसर बनाएगा, कितने दिन में बनाएगा, विधवा पेंशन कौन ऑफिसर बनाएगा कितने दिनों में बनाएगा...। इसकी लिस्ट हर विभाग को जारी करनी पड़ेगी।
सिटीज़न चार्टर का पालन विभाग के मुखिया की ज़िम्मेदारी
कोई भी नागरिक अगर उसको कोई काम करवाना है तो वो नागरिक उस विभाग में उस अफसर के पास जाएगा अपना काम करवाने के लिए, अगर वो अधिकारी उतने दिनों में काम नहीं करता तो फिर ये नागरिक हैड ऑफ द डिपार्टमेण्ट को शिकायत करेगा हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट को जन शिकायत अधिकारी नोटिफाई किया जायेगा। हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट का यह काम होगी कि अगले 30 दिन के अन्दर उस काम को कराए।
विभाग का मुखिया काम न करे तो लोकपाल के विजिलेंस अफसर को शिकायत:
विभाग का मुखिया भी अगर काम नहीं कराता तो नागरिक लोकपाल या लोकायुक्त में जा कर शिकायत कर सकता है। लोकपाल का हर ज़िले के अन्दर एक न एक विजिलेंस अफसर जरूर नियुक्त होगा, लोकायुक्त का हर ब्लॉक के अन्दर एक न एक विजिलेंस अफसर जरूर नियुक्त होगा। नागरिक अपने इलाके के विजिलेंस अफसर के पास जा कर शिकायत करेगा, विजिलेंस अफसर के पास जब शिकायत जायेगी तो यह मान लिया जायेगा कि यह हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट ने और उस ऑफिसर ने भ्रष्टाचार की उम्मीद में, रिश्वतखोरी की उम्मीद में यह काम नहीं किया। ये मान लिया जाएगा।
लोकपाल के विजिलेंस ऑफिसर की ज़िम्मेदारी
जनलोकपाल या लोकायुक्त के विजिलेंस अफसर को तीन काम करने पड़ेंगे-
- नागरिक का काम 30 दिन में करना होगा,
- हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट और उस अफसर के ऊपर पैनल्टी लगाएगा, जो उनकी तनख्वाह से काट कर नागरिक को मुआवज़े के रूप में दी जायेगी।
- विभाग के अधिकारी और हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला शुरू किया जायेगा, तहकीकात शुरू की जायेगी और भ्रष्टाचार की कार्यवाही इन दोनों के खिलाफ की जायेगी. ये काम विजिलेंस अफसर को करना होगा।
इससे हमें यह उम्मीद है कि अगर हैड ऑफ डिपार्टमेण्ट के खिलाफ 3-4 पैनल्टी भी लग गई या 3-4 केस भी भ्रष्टाचार के लग गये तो वो अपने पूरे डिपार्टमेण्ट को बुलाकर कहेगा कि आगे से एक भी ऐसी शिकायत नहीं आनी चाहिए। इससे हमें ये लगता है कि आम आदमी के लेवल पर भी लोगों को तेज़ी से राहत मिलनी चालू हो जाएगी।
अन्नाजी, आज की स्थिति में ब्लाक स्तर पर 5-6 जाँच अधिकारी लोकपाल चाहिए. प्रत्येक आवेदन १५ दिन के भीतर निस्तारित होना आवश्यक हो. न होने की दशा में कर्मचारी पर Rs500/- से Rs50000/- का दण्ड आवश्यक हो. वह राशि पीड़ित पक्ष को दी जाय. लोकपाल जाँच अधिकारी को भी 15दिन दिए जाय. प्रत्येक आवेदन १५ दिन के भीतर निस्तारित होना आवश्यक हो. न होने की दशा में लोकपाल अधिकारी पर Rs5000/- प्रति दिन के हिसाब से दण्ड आवश्यक हो. वह राशि भी पीड़ित पक्ष को दी जाय.
ReplyDeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDeleteसर, कृपया ये स्पष्ट करें कि अगर विजिलेंस अफसर ही भ्रष्ठाचार मे लिप्त पाया जाता है तो जन लोकपाल बिल के तहत उसपर क्या क्या कार्यवाही की जायेगी?
ReplyDeletebrastachar khud k andar hai .. pahle use mitao ..
ReplyDeletefir anna g sath aao
corruption jad s khatam hona chahiya anna ji
ReplyDeletewe all r with u anna ji
kuch ish desh k niche varg k janta k bare mai bhi socho kalam shahab ka spana tha mission 2020 supreme power of the world aab sapna dundhala ja nazer aana laga hai we all indian citizens support anna ji against corruption
ReplyDeleteInn gaddaro ko saja dekari hi aam admi ka samadhan hoga......
ReplyDeletei am anna
ReplyDeleteannaji hum bahut khush hain ki koi to hai jo desh aur uske nagrik k bare me socha we all are with you all indians plz bolne se nahi karne se hoga.............jad se ukhad phenko is corrupted politics aur iske corrupted karya kartaon ko........khokhla kar diya hai desh ko aur saja k nam par istifa.
ReplyDeleteanna ji bihar mein tractor sell karne wali sari company dealer ke sath milkar farmer ko 1.5 lack ki chapat lga rahi hai
ReplyDeleteek tactor sell karne mein bank manager 45000 and agent 30000 other office expence 15000 dealer margin 60000 jo kisan tractor lane layak nahi hai use bhi tractor kai tarah ke prlobhan dekar agent aur company ke sales department ke log tractor sell kar rahi hai aur kisano ko barbad kar rahi hai iski janch karni jarori hai
ReplyDelete