दिल्ली के पश्चिम विहार इलाके में अखबार बांटने वाले लड़कों ने कल हमारे
पैसे इसलिए लौटा दिए क्योंकि "अन्ना जी हमारे लिए ही तो लड़ रहे है".
अखबारों में पर्चे डालकर बांटने के लिए पहले तो उन्होंने खूब मोलभाव किया.
उनके कार्डिनेटर ने पैसे ले भी लिए. लेकिन हमारे आने के बाद उनकी बैठक हुई.
तय करके फोन किया गया, "आपसे तो गलती से पैसे ले लिए गए, आप प्लीज़ ये
हमसे वापस ले जाइए, हम इस काम के पैसे नहीं ले सकते क्योंकि अन्ना जी हमारे
लिए ही तो लड़ रहे हैं" ये शब्द सुनकर आँखों में आंसू आ गए. अधिकतर लड़के
अलसुबह चार बजे उठकर अखबार बाँटते हैं, फिर कालेज जाते हैं. अखबार में
पर्चे बांटना उनकी दिहाड़ी का हिस्सा है. उनका निर्णय दिल को छू गया और
उम्मीद बंधी कि शायद सरकार आम आदमी की इस भावना को समझेगी.
लेकिन दोपहर आते आते यह उम्मीद टूट गई. लोकपाल से थोड़े बहुत बदलाव की उम्मीद लगाए बैठे देश के तमाम लोगों को सरकार ने बेशर्मी से झिड़क दिया. कह दिया कि "रिश्वतखोरी तो भ्रष्टाचार से अलग मामला है, अत: लोकपाल से बाहर. जिला, तहसील, निगम, पंचायत आदि में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए तो बहुत बड़ा विभाग बनाना पड़ेगा अत: वह भी लोकपाल से बाहर. प्रधानमंत्री, जजों और सांसदों के भ्रष्टाचार की जांच लोकपाल करेगा तो लोकतंत्र, संविधान और संसद की गरिमा खतरे में पड़ जाएगी. अत: यह भी लोकपाल से बाहर" तब आम आदमी के लिए इस लोकपाल क्या बचा? झुनझुना?
आम आदमी रोजाना जो भ्रष्टाचार झेल रहा है, उसका निदान सरकारी लोकपाल बिल में नहीं है, इसकी चिंता न किसी अखबार में है, न टीवी पर. जबकि यही देश की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा है. क्या आम आदमी को यह समझ में आया होगा कि सरकारी लोकपाल बिल में उसकी अपनी ज़िन्दगी के साथ कैसा खिलवाड़ किया गया है? क्या आज सुबह भी अखबार बांटने वाले उन लड़कों ने सोचा होगा कि 'अन्ना जी हमारे लिए ही तो लड़ रहे हैं"?
लेकिन दोपहर आते आते यह उम्मीद टूट गई. लोकपाल से थोड़े बहुत बदलाव की उम्मीद लगाए बैठे देश के तमाम लोगों को सरकार ने बेशर्मी से झिड़क दिया. कह दिया कि "रिश्वतखोरी तो भ्रष्टाचार से अलग मामला है, अत: लोकपाल से बाहर. जिला, तहसील, निगम, पंचायत आदि में भ्रष्टाचार से निपटने के लिए तो बहुत बड़ा विभाग बनाना पड़ेगा अत: वह भी लोकपाल से बाहर. प्रधानमंत्री, जजों और सांसदों के भ्रष्टाचार की जांच लोकपाल करेगा तो लोकतंत्र, संविधान और संसद की गरिमा खतरे में पड़ जाएगी. अत: यह भी लोकपाल से बाहर" तब आम आदमी के लिए इस लोकपाल क्या बचा? झुनझुना?
आम आदमी रोजाना जो भ्रष्टाचार झेल रहा है, उसका निदान सरकारी लोकपाल बिल में नहीं है, इसकी चिंता न किसी अखबार में है, न टीवी पर. जबकि यही देश की जनता के साथ सबसे बड़ा धोखा है. क्या आम आदमी को यह समझ में आया होगा कि सरकारी लोकपाल बिल में उसकी अपनी ज़िन्दगी के साथ कैसा खिलवाड़ किया गया है? क्या आज सुबह भी अखबार बांटने वाले उन लड़कों ने सोचा होगा कि 'अन्ना जी हमारे लिए ही तो लड़ रहे हैं"?
Jo bhi ho ab log is govt ko a6i tarah se samaj gye he or ab ye ladhai esi hogi jisme aam admi khulkar bhag lega jai hind
ReplyDeletehar jagah bhrastachar hai.... ise rokna hi padega...uske liye ham sab nagriko ko sahyog karna chahiye
ReplyDeletevery nice article...hum sab aapke sath ladenge anna,apni apni jagaho par,apni apni saamrthya se,par tarika wahi ahimsa aur satyagrah ka,tarika sarkar ko aaina dikhane ka,junta ki taaqat dikhane ka...aap sabhi se anurodh hai http://www.ejanmat.com/ par log in karke lokpal pe ho rahe hai sabse bade online referendum ka hisaa bane..shamil ho aur apne dosto ko bhi aamantrit kare
ReplyDeleteउन लडको को मेरा सलाम..उन लडको को मेरा सलाम..
ReplyDeletenice to see that desh vasi samjhdar ho gye hia sab milkr chal rhe hia, ab bas ek bar 16 august ko jarur ek ho jana deshvasiyo
ReplyDeleteye aar ya par ki ladayi hai
support anna here
http://current-affairs-quiz-questionsanswers.blogspot.com/2011/06/support-anna-hazare-anshan-16-august.html
yah ladai janta ki janta k dwara janta k bhrasht pratinidhiyo k khilaf hai aam janta ko isme khul k bhag lena hoga. agali bar soch samaz k vote kijiye.
ReplyDeletebharat ke vikas karna hy to pure bharat ke jo bhi kanun jo british ke jamane se abhi tak chul rahy hy usko nikal ke naye kanun jo bharat ki janta ka bhala kare vese banne hogy
ReplyDeleteI also worked as volunteer in Paschimvihar.Responce was awesome .At one point I was moving carrying some paper with me .I saw a shopkeeper running towards me.having very small shop.He bent with his folded hand to photo of ANNAJI which was hanging on my neck.he called many people and told that only Anna is talking about us.He asked his daughter to bring glass of water for me.At this his wife asked to give cold drinks to her daughter. They also gave a beautiful new bag to keep papers. I tried my level best to pay for it but they simply refused.
ReplyDeletei think every thing is going better.
ReplyDeleteof the 100% voter, 50% vote, from the 50% who vote party getting even 20% of the vote get to rule the country and make rule.
ReplyDeletePlease vote.
SUPPORT JAN LOK PAL BILL AND ANNA HAZARE.
IT WILL MAKE A DIFFERENCE
chal pde jidhar 2 pg dg pr chal pde koti koti pg usi or
ReplyDeletegood committment, excellent
ReplyDelete100% voting is the only solution.... lets pray we all will come on street to vote....
ReplyDeletePlease friends below is the example of corrupt judges. Read it carefully I found it on the IAC comments sections..and try to understand why we are demanding to bring Judiciary as well under Lokpal....Suhas khade(UK)
ReplyDeleteBy Indur Chhugani:- Amazing creatures Judges of High Court are ... Today arguments for providing copy to me of CDs received from Election Commission went fine for me ... TILL 'Justice' J H Bhatia started dictating order "As per Para 16 of Petition, petitioner has received copies of CDs under RTI Act, he is directed to provide copies to the court' ... I protested and a shouting match erupted between me and this 'Justice' ...He too Recused, passing some bullshit order against me.
I told this "Justice' "You are trying to save Election of Priya Dutt by hook or by crook ... Why not do away with Election Petitions ... Why this farce".
THe Judiciary is more corrupt than the politicians
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteWe salute them!
ReplyDeletehttp://www.saveindianrupeesymbol.org!
अब समय आ गया है सभी देश वासियों के जागने का! मुझे सरकार पर पहले से ही भरोसा नहीं था, और अब तो कभी करुंगा भी नहीं !
ReplyDeleteसोच रहा हूँ माननीय प्रधानमंत्री जी को धन्यवाद प्रेषित कर दू क्योकि उन्होंने मेरा भरोसा जो टूटने नहीं दिया है !
mera deh vasiyo.brstachar tab tak khatam nahi hoga jab tak hum sab milker ek achi soch nahi banatey.election ke time per ye nahi sochtey ki jisko hum vote dene ja rahey hai wo humare desh ka bhala karega ya nahi.pehle sahi nirnya hi desh ko in brastachaiyo se bacha sakta hai.locpal ka ana hi bahut hai..jai hind...
ReplyDeletehats off to those boys who really sacrificed their wages for the country. we need people like them.
ReplyDeletein sabko mera salam jai hind
ReplyDeletesare bhrastachar ki jad to ye political log hi hai aise me wo apne ko lokpaal me kaise bardast kar sakte hai.
ReplyDeleteagar aisa nahi hai to ye virodh kyo hai.
man to karta hai ki 1 , 1 neta ko line m lagakar goli se v khatarnak cheez s uda diya jaye .....kahte hai ki sansad ki garima khatre me pad jayegi abhi kaun si safe hai hamari bharat ki sansad ki garima.....aatankvadi hamle hote hai unse desh ki garima ko nuksan nahi pahunchta aur uske bad pakistan aur afghanstan s hamare pyare desh ko jodte h . tab garima kaha jati hai aur mujhe aashcharya kuch public p v hota h ki hame gussa kyo nahi aati....kyo nahi jalti aag hamare sine me aur kab tak chup baithenge ham ..... bs ab aur saha nahi jata ab to aar ya paar....i think agar india ke sare politics party hi hamara support kr de to v ham is me kamyab ho jayenge....but chahe congress ho ya bjp ya bsp ya koi aur kahi na kahi inhe isse hani hi hai.....magar neta kya samjhenge aam janta ke dard ko kyonki aatankvadi hamle m unka family member thodi mara jata ye aatankvadiyo se ladne k liye unke ghar se thode koi pahunch jata....main puchna chahta hoon un netao se ki wo kaise apne aap ko deshbhakt kah lete hai unke ladke ya to politician hote h ya phir kahi videsh se koi proffesional degree aur unhe hamare desh s koi matlab nahi hota ....kitne netao k ladke hamare indian army m hoon....koi nahi agar h v to nothing.......phir kaise y apne aapko deshbhakt kah lete haiiiiiii........ab bas.......
ReplyDeletewell done boys.
ReplyDeleteअख़बार बाटने वाले लड़के तो बखूबी समझते है लेकिन सरकार है कि समझना ही नहीं चाहती है.
ReplyDeleteदोस्तों एक ex हम बाबा राम देव जी का भी दे रहे हैं
ReplyDeleteइस देश की बेरोजगारी के बाद यदि दूसरी सबसे बड़ी समस्या है तो वो है भ्रष्टाचार l नीचे से लेकर ऊपर तक भ्रष्टाचार फैला हुआ है l बाबा रामदेव इस समय भ्रस्टाचार के खिलाफ ही आवाज उठा रहे हैं और इसके लिए अपनी जान भी खतरे में ड़ाल रहे हैं l आज से 5 साल पहले शायद उनका नाम भी किसी ने नहीं सुना था लेकिन हर क्षेत्र में अच्छी प्रतिभा के कारन ही आज बच्चे बच्चे उनको जानते हैं मानते हैं l दोस्तों हम ये कहना चाहते हैं यदि एक अकेला इंसान ठान ले तो कुछ भी कर सकता है ये हमें बाबा जी से सीखना चाहिए l
बाबा जी ने हमेशा लोगो का भला चाहा है चाहे किसी भी धर्म का आदमी हो उनके शिविर में जाकर स्वस्थ हुआ है l उनका यही कहना है की हम अपनी गाढ़ी कमाई इलाज कराने में न लगा दे l इसके आलावा उन्हें business का भी अच्छा ज्ञान है उन्होंने पतंजलि योग की francise शहर शहर में डाल दी है भले ही उसकी कमाई वो अपने ऊपर न खर्च करके जन कल्याण का काम कर रहे हैं l
राजनीती में ऑफ़र आने के बाद भी नहीं गए क्यों की वो जानते हैं की सत्ता में जाने के बाद वो किसी का खुले आम विरोध नहीं कर पाएंगे l आज उन्होंने देश के हित के लिए अपनी जान की बlजी भी लगा दी l वाकई में यदि विदेश में जमा काला धन यदि देश में आ जाए तो आज भारत फिर सोने की चिडिया कहलाएगा l भ्रष्ट लोगो ने ही आज उनको जान से मारने की कोशिश की जिन्होंने अपना पैसा विदेशो में जमा किया है l लेकिन आज वो अकेले नहीं हैं पुरे देश की जनता उनके साथ है और उनके साथ कदम से कदम मिलाने को तैयार है l
दोस्तों मै personaly बाबा जी को अपना idial मानता था और आज मैंने उनसे एक और सीख़ ली है की परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को ढाल लेना चाहिए और विवेक से कlम लेना चहिए l जब पुलिस की गोलीबारी हो रही थी तब बाबा जी ने जान बचाने के लिए महिला वस्त्र भी धारण किया और शान से मीडिया के सामने इस बात को स्वीकार भी किया l क्यों की वो जानते थे की यदि उनको कुछ हो गया तो सारी आवाज दब जाएगी और फिर वैसे ही देश चलने लगेगा l हमें मालूम है की अब सरकार को दबना ही पड़ेगा और विदेशो से कला धन आकार ही रहेगाl
This movement is very powerful one, but it may be most powerful when all the young people participate, Anna has selected right day to hunger strike on jantar mantar bcoz after 64 Years of freedom Political ruling Party behaves us like slaves, so again we suppose this battle is like to fight for freedom against those corrupted & selfish leaders who rules india
ReplyDeletebabu hamari shan the bapu hmari shan hei
ReplyDeleteunki bate ham logo ke liye ek aan hei
bapu ji ki baat par chal na apna ye arman he
un ki has rat puri kar na meri-sab ki shan he wande mahtram…wande mahth ram ……jay hind …..bapu ji
Desh k liye jisne vilas ko thukraya tha,
ReplyDeleteTyag videshi dhage usne khud hi khaadi banaya tha,
Pehen k kaath ki chappal jisne Satyagrahe ka raag sunaya tha..
Desh ka tha anmol wo deepak jo “Mahatman” Kehlaya that.
SIR AHUM SAB ANNA JI KE SAATH HAI. AUR HAMARA PURA SAPPORT UNKE SAATH HAI . BHRASHTACHAR KE LIYE SAKHT SE SKHT SAJA HONI CHAHIYE NAHITO YE NETA LOG AUR OFFICER HUM KO LUT LEJAYENGE AUR DAKAR BHI NAHI MARENGE.
ReplyDeleteSUNIL
hamare desh ke neta log adhe chor hai aur adhe officer bhi inke saath mile huye hai neta ko to jaldi se jadi saja honi chahiya aur officer ko to fansi honi chahiye kyon ki sabhi kanoon jante huye bhi wo galti karte hai aur unke soldier per dabav dalte hai
ReplyDeletejaldi jaldi lokpal bill bahar karo aur phir dekho kitne afsar aur neta jayenge jel mein
sunil
ye to really sarkar ki tanashaahi hai,janta ko aandolan karne ka adhikar hai aur wo ese dabana chahte hai..balkrishna ko chup kara diya ,ramdev baba pe pressure daal rahe hai.jab ek itn badi hasti ki nahi suni ja rahi hai to aam janta ka kya hoga....lokpal aana hi chahiye....
ReplyDeletei want jan lok pal bill not govt lok pal bill............jai hind
ReplyDeleteParam adarniya Anna Ji- corruption ke against aapke dwara jo alakh is desh me jagayi gayi hai uske liye me aur mera parivar aapki team ko hardik badhai dete hai aur aapke dwara chedi gayi is jung me hum sab antarman se aapke saath hai,is jung me aapki definitely jeet hogi paramparmatma aur is desh ke crodo log aapke saath hai subhkamnao sahiit
ReplyDeleteFrom
Dharamveer singh chauhan
(Retired Principal J.V.I.college Baraut distt.Baghpat U.P)
PIYUSH BANDIL
ReplyDeleteANNA JI HUM SAB AAP KE SATH HAI
Aapne hame bina hinsa kiye jeetna sikha diya
ReplyDeleteAshok Shah
Nanpara (Bahraich) U.P.
LAN LOKPAL BILL PASS HO CHUKA HAI...PAR JAISA KI TAYE THA KI SARKAR AB ANNA TEAM PAR TARAH TARAH KE CASE ME FASAIGI,,,HUA BHI AISA HI,,,YE SARKAR TO TANASAHI KAR RAHI HAI,,,ENKA BHI WAHI HOGA JO LIBIYA KE 'GADAFI' KA HUA...
ReplyDelete